Skip to main content

Featured

Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Sadiyo Se

Sadiyo Se - Shayari in Intazar
सदीयो से जागी आँखो को,
  एक बार सुलाने आ जाओ..
माना की तुमको प्यार नहीं,
  नफरत ही जताने आ जाओ..
जिस मोङ पे हमको छोङ गये,
  हम बैठे अब तक सोच रहे..
क्या भुल हुई क्यो जुदा हुए,
  बस यह समझाने आ जाओ..

Comments

Popular Posts