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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Tumse Milne Se Pehle

तुम्हें मिलने से पहले .,
सोचते थे...!!
किसी की क्या ज़रूरत है..?
ज़िंदगी में...!!

Comments

  1. लगा कर फूल होटों से उसने कहा चुपके से,
    अगर कोई पास न, होता तो तुम फूल की जगह होते.
    https://www.hindishayri.shop/?m=1

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