परेशां ख़ूब थे सब लोग मेरी बेबसी पर ।
मदद के वास्ते लेकिन कोई नहीं आया ।।
ये वही लोग थे, मैं जिनपे जाँ लुटाता था ।
पड़ा जब वक़्त बुरा, तब समझ कहीं आया ।।
मदद के वास्ते लेकिन कोई नहीं आया ।।
ये वही लोग थे, मैं जिनपे जाँ लुटाता था ।
पड़ा जब वक़्त बुरा, तब समझ कहीं आया ।।
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