Skip to main content

Featured

Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

अमीर-ए-शहर

Mohobat Shayari, Wafa Shayari

अमीर-ए-शहर से ऊँचा वकार रखता हूँ,
गरीब होके भी दिल मालदार रखता हूँ,
मिले जो वक़्त तो कर्ज ए वफ़ा चुका देना,
जा तुझपे अपनी महोब्बत उधार रखता हू..


Comments

Popular Posts