हिन्दी दिवस के अवसर पर सब हिन्दी प्रेमियों के लिए पेश है ये खास कविता - Happy World Hindi Diwas
संस्कृत की एक लाडली बेटी है हिंदी!
बहनों को साथ लेकर चलती है हिंदी!!
सुंदर है,मनोरम है,मीठी है,सरल है!
ओजस्विनी है और अनूठी है हिंदी!!
पाथेय है प्रवास में,परिचय का सूत्र है!
मैत्री को जोड़ने की साकल है हिंदी!!
पढ़ने व पढ़ाने में सहज है सुगम है!
साहित्य का असीम सागर है हिंदी!!
वागेश्वरी का माथे पर वृहदहस्त है!
निश्चय ही वंदनीय माँ समान है हिंदी!!
अंग्रेजी से भी इसका कोई बैर नही?
उसको भी अपनेपन से लुभाती है हिंदी!!
यू तो देश मे कई भाषाएं और है?
पर राष्ट्र के माथे की बिंदी है हिंदी।।।
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