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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

हो गया है आदमी

Life Shayari in Hindi
अब हो गया है आदमी ,दुकान की तरह,
बिकता है जहां प्यार भी सामान कि तरह,
पहचान भी है मुश्किल मुखौटों के दौर में,
दिखता है भेड़िया भी अब इंसान की तरह I

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