Skip to main content

Featured

Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Best Collection Hindi Shayari

हाथ जख्मी हुए तो कुछ हमारी भी गलतियाँ थी !!
लकीरों को मिटाने चले थे,किसी एक को पाने के लिए !!

मिट्टी भी जमा की... और खिलौने भी बना कर देखे...
पर ज़िन्दगी कभी न मुस्कुराई फिर बचपन की तरह..!!

सिर्फ़ खनजर ही नहीं आँखो में पानी चाहिए !!
मुझे दुश्मन भी ख़ानदानी चाहिए ......!!

मुझको क्या हक, मैं किसी को मतलबी कहूँ....
मै खुद ही ख़ुदा को, मुसीबत में याद करता हूँ...

सच ही कहा था किसी ने तन्हा जीना सीख.,
मोहब्बत कितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ जाती है.

वादे वफ़ा के और चाहत जिस्म की..
अगर ये मोहब्बत है तो फिर हवस किसे कहते है ।।

वाकिफ है हम इस दुनिया के रिवाज़ों से..
जब दिल भर जाता है तो हर कोई भुला देता है..!!

दुनिया में झूठे लोगों को बड़े हुनर आते हैं..
सच्चे लोग तो आरोपों से ही मर जातें हैं।।

तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया..
अफसोस तो ये है की
मेरा यकीन तुम पर था..किस्मत पर नही..!!

Comments

Popular Posts