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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Tumhare Jisam Ki Khushboo - Love Shayari

तुम्हारे जिस्म की खुशबू गुलों से आती है,
ख़बर तुम्हारी भी अब दूसरों से आती है,
हमीं अकेले नहीं जागते हैं रातों में...
उसे भी नींद बड़ी मुश्किलों से आती है,
हमारी आँखों को मैला तो कर दिया,
लेकिन मुहब्बतों में चमक आंसुओं से आती है,
इसीलिए तो अँधेरे हसीन लगते हैं..
कि रात मिल के तेरे गेसुओं से आती हैं,
ये किस मक़ाम में पहुंचा दिया मुहब्बत ने,
कि तेरी याद भी अब हर कभी चली आती है..

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