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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Sabhi Insaan Hai Magar - Hindi Shayari for You

सभी इन्सान है मगर फर्क सिर्फ इतना है!
कुछ जख्म देते है,कुछ जख्म भरते है!!
हमसफर सभी है मगर फर्क सिर्फ इतना है!
कुछ साथ चलते है,कुछ छोड जाते है!!
प्यार सभी करते है मगर फर्क सिर्फ इतना है!
कुछ जान देते है, कुछ जान लेते है!!
दोस्ती सभी करते है मगर फर्क सिर्फ इतना है!
कुछ दोस्ती निभाते है,कुछ आजमाते है!!

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