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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Na Jane Tum Pe Itna

ना जाने तुम पे इतना यकीन क्यों है?
तेरा ख्याल भी इतना हसीन क्यों है ?
प्यार का दर्द मिठा होता है...
तो आँख से निकला ये आँसु नमकीन क्यों हैं ?

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