Skip to main content

Featured

Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Kitne Parwane Jale - Lovely Lovely Shayari

Kitne Parwane Jale - Lovely Lovely Shayari
कितने परवाने जले, राज ये पाने के लिए,
 शम्मा जलने के लिए है या जलाने के लिए,
रोने वाले तुझे रोने का सलीका भी नही,
 अश्क पीने के लिए है या बहाने के लिए,
आज कह दुँगा शब-ऐ-गम से…
 रोज आ जाता है कमबखत सताने के लिए,
मुझको मालुम था आप आऐंगे मेरे घर लेकिन..
 खुद चला आया हुँ मैं याद दिलाने के लिए..

Comments

Post a Comment

Popular Posts