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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

तुम मौसम मौसम लगते हो - Tum Mosam Mosam

Hindi Shayari, Love Shayari
तुम मौसम मौसम लगते हो,
जो पल पल रंग बदलते हो,
तुम सावन सावन लगते हो,
जो बरसो बाद बरसते हो,
तुम सपना सपना लगते हो,
जो मुझको कम दिखते हो,
तुम पल पल मुझसे लड़ते हो,
पर फिर भी अच्छे लगते हो,
बात तो है शर्मीली सी..
पर कहने को दिल चाहता है,
लो आज तुम्हे ये कह डाला,
तुम अपने अपने लगते हो....

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