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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

आज फिर - Aaj Phir

Aaj Phir - Love Shayari
आज फिर दिल में उदासी समाई है,
जाने क्युँ एक मायुसी सी छाई है,
आज फिर पलकों पे पानी है,
भीड़ में हुँ फिर क्युँ ये तनाहाई है

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