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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

इंतज़ार की आरज़ू

intzaar khamoshi mohobat shayari

इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
 खामोशियो की आदत हो गयी है,??
 न शिकवा रहा न शिकायत किसी से,
 अगर  है तो एक   मोहब्बत,
 जो इन तन्हाइयों से हो गई है।

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