Skip to main content

Featured

Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

कुछ बातें करके - Intzar Shayari

कुछ बातें करके - Intzar Shayari in Hindi
कुछ बातें करके वो हमे रुला के चली गई,
हम न भूलेंगे यह एहसास दिला के चली गई,
आयेगी कब वो अब तो यह देखना है उम्र भर,
बुझ रही है वो आग जिसे वो जला कर चली गई।

Comments

Popular Posts