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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Love Shayari in Hindi - Bedardi Balam

बेदर्दी बालमा तुझको मेरा मन याद करता है
बरसता है जो आँखों से, वो सावन याद करता है

कभी हम साथ गुजरे जिन सजीली राहगुजारों से
खिजा के भेस में गिरते हैं, अब पत्ते चनारों से
ये राहें याद करती हैं, ये गुलशन याद करता है

कोई झोंका हवा का जब मेरा आँचल उडाता है
गुमां होता है जैसे तू मेरा दामन हिलाता है
कभी चुमा था जो तूने वो दामन याद करता है

वो ही है झील के मंज़र, वोही किरनों की बरसातें
जहाँ हम तुम किया करते थे पहरों प्यार की बातें

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