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Uski Masrufiyat Mera Intzaar

सब उसकी., मसरूफियत में शामिल हैं...!! बस एक ., मुझ  बे-ज़रूरी के सिवा.....!! #Uski Masrufiyat 

Didaar Ki Aag - Love Shayari for You

दीदार की आग, जब दिल में भड़कने लगती है
तुझे देखने को, मेरी आँखें तरसने लगती हैँ...
बादलों के बरसने का हमें, इंतजार नहीं रहता.
तेरी याद में ये आँखें, खुद ही बरसने लगती हैं...!!

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